Pushpa Movie Story In Hindi| पुष्‍पा 1 फिल्‍म की कहानी क्या है?

 Pushpa Movie Story In Hindi को देखे तो ये कहानी जापान की है पर जापान इस कहानी का आखिरी छोर है, इसका पहला सिरा चैन्‍नेई के शेषाचलम जंगल से शुरू होता है, ये सवा दो लाख हेक्‍टेयर में फैला पहाडीयों के इस घने जंगल के बीचो-बीच लाल चंदन पाया जाता है.

जो पूरी दुनिया में कहीं और नहीं मिलता इस लाल चंदन की कीमत सोने से कम नहीं है क्योंकि चंदन का पैधा से पेड़ बनने में 30 साल से भी ज्यादा समय लगता है और पुरी दुनिया में आंध्राप्रदेश (चित्तूर)और तमिलनाडु के कुछ ही जगह पर पाया जाता है, इसीलिए इस चंदन की इलीगल स्मगलिंग की जाती है, ट्रक और लोरी से पहले चैन्‍नेई और चैन्‍नेई से चाइना और चाइना से जापान समुद्र के रास्‍ते भेजा जाता है, जापान में लाल चंदन की बहुत डिमांड़ होता है दरअसल जापान में शादी में कुछ रीति रिवाज है, कि एक पति होने वाली पत्‍नी को लाल चंदन से बना बेसकीमती वॉल्‍यूम गिफ्ट करता है. इस छोटे से वॉल्‍यम की कीमत लगभग 8 लाख रूपये होता है, ये पूरी Pushpa movie story चेन्नई में पाए जाने वाले लाल चंदन की इलीगल स्मगलिंग के बारे में है जहां हमारा हीरो Pushpa(Allu Arjun)सड़क से महल तक का रास्ता तय करता है, आइये जानते है Pushpa Movie Story In Hindi में क्या होता हैं .

Pushpa Movie Story In Hindi
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1.Pushpa Movie  Story in Hindi. पुष्‍पा मूवी की कहानी वीरप्‍पन की जिंदगी पर बनी है जानिए पुरी कहानी

Pushpa Movie details in Hindi

कहानी Pushpa Movie Story in Hindi के शुरू में एक लौरी ड्राइवर को दिखाया जाता है जो लाल चंदन से भरे ट्रक की डिलीवरी करने जा रहा होता है, उसे बीच में ही पुलिस रोक लेती है पुलिस को वो रिश्वत देने की कोशिश करता है, पर पुलिस उसे पकड़ लेती है,

वो उनसे बोलता है 5 हजार ले के छोड़ दो पर पुलीस वाले नहीं मानते है, तो उन से बोलता है 10 हजार , 20 हजार 1 लाख दूंगा.और वो सभी पुलीस मंडली को एक-एक लाख देता है; और माल लेकर वहां से निकल जाता है पुलीस वाला उसका नाम पुछता है वह नाम बताता है और कहता है मैं “पुष्‍पा राज” (Allu Arjun) है, लेकिन नाम याद मत रखना.

1. Pushpa Movie details in Hindi में पुष्‍पा राज एक मजदूर है|

इसके बाद कहानी में दिखाया जाता है कि पुष्‍पा एक दिहाड़ी मजदूर होता है, लेकिन इसका एटिट्यूड और एरोगेंस देखते ही बनता है ये किसी के सामने झुकता नहीं है, और लकड़ी मील में काम करता है जब मील के मालिक आते है, उस समय पुष्‍पा अपनी एक पैर में दूसरा पैर रख के बैठा होता है मालिक के समान, उसे देख कर मील मालिक चिड़ जाता है.

उसे समझाने के लिए एक आदमी को भेजता है वो पुष्‍पा को मालिक का इज्जत करने के लिए बोलता है, पुष्‍पा किसी की आर्डर नहीं मानता है और वो दिहाडी लेकर 200 रूपये में 100 रूपये मालिक को दे कर मार्केट से इज्जत खरीद लेना बोलता है, इसकी यह अकड़ और हिम्मत को देख कर वही पास खड़ा एक मजदूर इम्‍प्रेस हो जाता है; और वह मजदूर अपना सभी काम छोड़ देता है और उसके पीछे चला जाता है. अब पुष्‍पा अपने घर में होता है तो उसकी माँ का एक कर्जदार आ कर पैसे के लिए परेशान और बेइज्जती करता है इससे पुष्‍पा गुस्‍से भैंस बेच कर पूरा कर्ज चूका देता है.

और काम ढूंढने निकलता है वहाँ पर दो अलग-अलग काम के लिए मजदूरों को ले जाया जा रहा होता है एक के लिए 100 रुपये दिए जाते हैं और दूसरे के लिए 1 हजार दे रहे होते हैं, पुष्‍पा 1 हजार वाले ट्रक में चड़ जाता है यह जानते हुए कि वह गैरकानूनी काम है, यहाँ पर इन्‍हें जंगल में ले जाते हैं “लाल चंदन” की लकड़ी काटने के लिए, लडकीयॉ काट ही रहे होते है और वहाँ अचानक पुलिस आ जाती है डर के मारे सभी मजदूर यहां-वहां भागने लगते हैं, तभी पुष्पा उन्हें कहता है हम सब ने इतनी मेहनत की है और अब यहां से वह खाली हाथ नहीं लौटेंगे.

वह सब मिलकर सभी लकड़ियों को पुलिस आने से पहले छुपा देते हैं, पुलिस ऑफिसर “डीएसपी गोविंद” आता है और माल के बारे में पूछताछ करता हैं पुष्‍पा कहता है “डीएसपी” खुद आये है इसलिए उनकी इज्जत करते है इसलिए उन्होंने माल छुपा दिया है, नहीं तो उनकी आंखों के सामने से माल ले जाते गोविंद उसके सिर पर गन तान देता है, पुष्‍पा कहता है आप एक समय में एक गोली चलायेंगे हम एक समय में 60 कुल्‍हाड़ी चलायेंगे और सारे मजदूर एक साथ खड़े हो जाते हैं इस बात से सारे पुलिस वाले डर जाते है और वहाँ से डीएसपी गोविंद को वापस जाना पड़ता है.(Pushpa Movie Story In Hindi)

और आज पहली बार कोई गोविंद के हाथों से बच निकला है, इसे देख कर वहीं मजदूर पुष्‍पा से और इंप्रेस हो जाता है और वो बोलता है भाऊँ मैं आपके साथ रहेगा आप एक दिन बड़े आदमी बनोगे आपके बारे में बोल रहे थे मुझे भी बड़े आदमी बनना है, पुष्‍पा कहता है तुझे कितना पैसे कमाना है और क्या नाम है? भाऊँ मेरा नाम केशव है सब मुझे कटले कहते है क्योंकि मेरा उंगली कटा है और मुझे 10 लाख रुपये कमाने है, इस प्रकार केशव पुष्‍पा का राइट हैण्‍ड बन जाता है.

इस के बाद सभी मजदूर काम खत्‍म करके जाने लगते है और लाल चंदन की लकड़ी ट्रक में लोड़ कर रहे होते हैं, तभी डीएसपी गोविंद पुलीस फोर्स के साथ आ जाता है, पुष्‍पा एक पत्थर पुलिस वाले के ऊपर फेंकता तो सभी मजदूर पत्थर फेंकने लगते है, तभी पुष्‍पा मौका देख कर सबके बीच से उन्हें चकमा देकर उनकी आंखों के सामने ट्रक ले के निकल जाता है, और ट्रक कहीं छुपा देता है इतना ही नहीं आगे होकर खुद को पुलिस के हवाले कर देता है.Pushpa Movie Story In Hindi

पुलिस स्टेशन में पुष्‍पा की बहुत कुटाई होती है उसे बहुत मारते हैं पर वो हंसता रहता है और बोलता है मुझे मालिक नहीं छोड़ेगा गोविंद पुछता है कौन है तेरा मालिक पुष्‍पा बोलता है मेरा मालिक मैची हुँ सायेब, पुष्‍पा का कोई मालिक नहीं बन सकता अकड़ के साथ कहता है, पूछताछ के दौरान कहानी फ्लैशबैक में चली जाती है पुष्पा गांव के बड़े आदमी मुलेठी वेंकटरमन का नाजायज बेटा होता है, वो गांव में पहले से ही शादीशुदा था पर वह पुष्पा की मां से बहुत प्यार करता था, पुष्‍पा के बचपन में ही उसके पिता की मौत हो गई थी और उनके जाने के बाद पुष्पा के सौतेला बड़े भाई मोहन ने उसे और उसकी मां को घर से निकाल कर परेशान करना शुरू कर दिया था.

क्योंकि वह नहीं चाहता था कि पुष्पा के नाम के आगे उसके पिता का नाम लगे, वो उसे नाजायज औलाद कहता था. इसके बाद कहानी प्रेजेंट में आती है; माल का पता लगाने के लिए उसके मालिक उससे मिलने पुलिस स्टेशन आते हैं उनका नाम है रेड्डी ये तीन भाई है कोंडा रेड्डी जक्‍का रेड्डी जॉली रेड्डी, जक्‍का रेड्डी ये पूरे धंधे को सुपरवाइजर करता है या पुरे बिजनेस को यही संभालता है और जॉली रेड्ड सबसे छोटा भाई है कहने को तो बिजनेस का हिस्सा है. पर उसका पूरा टाइम शराब और लड़कियों के अय्याशी ही करते रहता है, इसके बाद वो पुछते हैं उसने आखिर खार अपना मुंह क्यों नहीं खोला,   पुष्‍पा कहता है कि भाऊँ पुलिस को माल के बारे में बता कर मेरा कोई फायदा नहीं होता फायदा तो आप को बताने में है ना भाऊँ और इसीलिए वह माल की जानकारी के बदले 5 लाख रुपये की मांग करता है साथ ही पुलिस से रिहाई कराने बोलता है.

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और पुष्पा उन्हें एक बड़ा कुआं के पास ले जाता है जहां पर 5 करोड़ की माल को पूरा ट्रक के साथ कुआं में गिराया होता है, इस से खुश हो कर जक्‍का रैड्डी तुरंत 5 लाख दे देता है, इसके बाद वापस जाने के लिए जॉली रेड्डी के वैन में बैठने आते है तो जॉली ने उन्‍हे 20 का नोट दे कर इंसल्‍ट करता गाड़ी से भगा देता है, इस बात से पुष्‍पा को गुस्‍सा आता है और वो तुरंत 5 लाख का डब्‍बा जैसा गाड़ खरीदने के लिए केशव को बोलता है. इसके बाद गाड़ी ले कर सीधा अपने माँ के पास आता है, माँ खुश हो जाती है पुछती है ये किसी की कार है  पुष्‍पा कहता ये कार पुष्‍पा की माँ की कार है पार्वती देवी की उसे बैठा कर उसके सौतेला भाई मोहन के घर के सामने दो-तीन राउण्‍ड गाड़ी को घुमाता है इसको देख कर मोहन चीड़ जाता है.Pushpa Movie Story In Hindi

अब कोंडा रेड्डी (ये ही है तीनों भाईयों में सबसे बड़ा भाई होता है और मालिक भी ) ने मजदूरों की एक मीटिंग बुलाई होती है जहां पुष्पा भी आता है, वहाँ मजदूर लोग बोलते हैं कि जब से डीएसपी गोविंद आया है लकड़ियों को काटने से लेकर लाने तक बहुत मुश्किल हो रही है, वही से आवाज आती है किे नाचने नहीं जानते हो तो गाना को गंदा नहीं बोलता चाहिए; कोंडा रेड्डी कहता है ये कौन है जक्‍का रेड्डी कहता ये वही है भैया जो हमारा माल से ही हम से पैसा लिया, पुष्‍पा कहता है भाऊँ मैं ने माल का पैसा नहीं लिया भाऊँ आपके भाईयों को पुलीस के डंडे से बचाने का पैसा लिया इतने बड़े आदमी पुलिस से मार खाये आच्‍छा नहीं लगता ना भाऊँ, जॉली रेड्डी बोलत माल चेकपोस्‍ट से पार करा सकता है तो बोल, पुष्‍पा कहता है मेरे पास एक प्‍लान है आप पुछोगे तो मैं मना नहीं कर पाहुँगा भाऊँ.

कोंडा रेड्डी क‍हता है बताओ पुष्‍पा कहता है कि इससे कोई भी कभी भी पकड़ा नहीं जाएगा दूध के टैंकरो को बीच में काट देते हैं और चंदन की लकड़ी भर के सील कर देते है और आधे में दूध भर के चेक पॉइंटस पार करा देते है और यह चाल काम कर जाता है और पुष्‍पा कही ट्रको को पार करवा देता है इससे खुश हो कर कोंडा रेड्डी पुष्‍पा से डिल करता है 1 करोड़ का 5 लाख दूंगा बोलता है लेकिन पुष्‍पा बिजनेस का 4 टक्‍का लूंगा बोलता है, इससे उसे 1 लाख का नुकसान हो रहा होता है, अब कोंडा रेड्डी जक्‍का को बोलता है कि पूरा काम पुष्पा को सौंप दिया जाए वो ऐसा ही करता है, केशव पुष्‍पा से कहता है क्या भाऊँ 5 लाख दे रहा था आप 1 लाख का नूकसान करा दिये पुष्‍पा कहता है कि उसे 1 लाख का नुकसान नहीं हुआ बल्कि ऐसा करके अब वो कोंडा रेड्डी का पार्टनर बन गया है इस वक्त पुष्पा को पैसे कमाने से ज्यादा पार्टनरशिप करने में इंट्रेस होता है.

2.Pushpa movie story in Hindi  में पुष्‍पा को प्‍यार होना

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अब पुष्‍पा दूध भरने के काम के लिए एक गांव में जाता है तभी एक लड़की दूध बेचने के लिए चिड़ीया की चहचहाहट की इंतजार कर रही होती है इस कारण पुष्‍पा को देर हो रही होती है इसलिए पुष्‍पा कौन है कह के उस लड़की की तरफ देखता है और उसे देखते ही रह जाता है और पुष्‍पा को ऐसा फील होता है कि ये लड़की मेरे लिए ही बनी है और यहाँ पर पुष्‍पा को उस लकडी जिसका नाम श्रीवल्‍ली है उससे one site love हो जाता है, यहाँ पता चलता है पुष्‍पा को पहली बार किसी लड़की से प्यार हुआ है.

और वो हमेशा अब श्रीवल्ली को देखने का मौका खोजते रहता है और केशव से कहता है कि श्रीवल्ली उसे देखी ना केशव कहता है उसने नहीं देखा भाऊँ पुष्‍पा नाराज हो जाता है, क्योंकि पुष्‍पा चाहता है कि श्रीवल्‍ली भी उससे प्‍यार करें लेकिन श्रीवल्‍ली उसे भाव नहीं देती है ध्‍यान नहीं दे रही होती है, इस बात से पुष्‍पा परेशान हो जाता है इसलिए पुष्‍पा भाऊँ की परेशानी देख कर केशव श्रीवल्‍ली और उसके सहेलीयाँ को फिल्‍म देखने के बाहने 1 हजार दे कर पुष्‍पा को देखने और हंसने के लिए कहता है, जब पुष्‍पा को श्रीवल्‍ली देखती है और हंसती है तो पुष्‍पा को बहुत खुशी होता है और खुशी से उसे I Love You कहने चला जाता है केशव उसे मना भी करता है पर पुष्‍पा नहीं मानता है.

यहाँ पर श्रीवल्‍ली उसे सब बता देती है और कहती तुमको मैं नहीं देखने से “तु तो कांवरा भांवरा हो रहा था” इस लिए तुमको देखने के लिए तुम्हारा दोस्‍त पैसा दिया था, यहाँ पर बेचारा पुष्‍पा का दिल टूट जाता है, उसकी बेइज्जती होती है, अब पुष्‍पा केशव को मारना शुरू कर देता है तू ने मेरा बेइज्जती करा दिया कह कर अब ईज्‍जत तो चली गई है अब 5 हजार दे और मुझे पप्‍पी देने के लिए बोल उसको केशव ऐसा ही करता है और दोनों को कार में पप्‍पी करने के लिए मिलाता है पर श्रीवल्‍ली मैं अपना पहला kiss अपने पती को दूंगी बोल के वहाँ से भाग जाती है.

Pushpa Movie Story In Hindi

3.Pushpa Movie Story In Hindi में डीएसपी गोविंद कोंडा रेड्डी के ट्रक को पकड़ना

अब डीएसपी गोविंद कोंडा रेड्डी के ट्रक के साथ दो मजदूर को पकड़ लेता है, गोविंद दोनों से कहता है कि करीबन 200 करोड़ का माल चेन्नई से बाहर जाने वाला है जो “मंगल श्रीनू” का है, और वह अपना माल कोंडा रेड्डी के गोडाउन पर रखने वाला है, अगर वह दोनों उसकी जानकारी डीएसपी गोविंद को दे देंगे तो ना उनको छोड़ देगा बल्कि इनाम के रूप में 50 लाख रुपये भी देगा, श्रीवल्‍ली के पिता यह सोचता हैं कि उसकी बेटी की शादी में पैसे काम आ जायेंगे ये सोच कर वो दोनों पुलिस से मिल जाते हैं, और पुलीस की खबरी बन जाते हैं.

अब मंगल श्रीनू के बारे में जानते हैं, लाल चंदन की स्मगलिंग सिंडीकेट का मेन हेड मंगल श्रीनू है जो कोंडा रेड्डी जैसे बहुत सारे व्यापारी अपना अपना माल मंगल श्रीनू को बेचते हैं, और मंगल श्रीनू करीबन 15 पॉइंट से पार करवा कर यह माल “मुर्गन” नाम के इंसान तक चैन्‍नेई में पहुंचा देता है, पुष्पा के ऊपर मंगल श्रीनू का पूरा माल को एक गोदाम से दुसरा जगह ले जाने की जिमेदारी होती है, लेकिन पुष्पा के कहने पर भी माल गोदाम से रात को नहीं निकल पाता है.Pushpa Movie Story In Hindi

क्योंकि उस रात जॉली रेड्डी एक लड़की को गोदाम पर लेकर आ जाता है और उसकी अय्याशी में काम करने से दिक्‍कत हो रही होती है इसलिए सारा काम रुकवा देता है इस कारण माल नहीं निकल पाता और गोविंद को ये बता उन दोनों ने बता दिया होता है.

अब कोंडा रेड्डी कॉल करके पुष्‍पा को पुलिस के बारे में बता देता है कि पुलीस चाप मारने गोदाम आ रही है माल को बचा लो, अब पुष्‍पा को पता है कि माल को सड़क के रास्‍ते ले जा पाना नामुमकिन है, इसलिए वो एक तरकीब निकालता है और बहुत चालाकी से वो सारा माल को पास के नदी में ही डाल देता हैं, और केशव को पैसे से भरे बैग को देता है और डैम को बंद करने लिए भेज देता है, इस तरह से पुलीस को एक टुकड़ा भी चंदन का लकड़ी नहीं मिलता है, तब पुष्‍पा गोविंद से कहता है “जब माल मिलेगा तो पुष्‍पा नहीं मिलेगा और जब पुष्‍पा मिलेगा तो माल नहीं मिलेगा” यहाँ पर डीएसपी गोविंद सब कुछ जानते हुए भी हार जाते है और खाली हाथ चले जाते हैं.(Pushpa Movie Story In Hindi

इधर मंगल श्रीनू को पता चलता है कि पुष्‍पा ने पूरे 200 करोड़ का माल को पुलिस को पता लगने के बावजूद भी बचा लिया है डैम में सुरक्षित है और पुलीस को कुछ भी नहीं मिलता है, मंगल श्रीनू इस खुशी में पार्टी देता है, इस पार्टी में सिंडीकेट सभी व्यापारी पार्टी में आये हुए है, इस जश्‍न में एक आइटम सोंग होता है और इस गाने का बोल है ऊँ अंटवामा ऊँ ऊँ अंटवामा………. यह गाने का जो बोल है वो हमारे पुरूष प्रधान समाज का आईना दिखाती है इसके बारे में बाद में बात करेंगे चलो अब pushpa movie story पर आते है, यहाँ पुष्पा को यह पता चलता है कि मंगल श्रीनू एक टन माल का 2 करोड रुपए मुर्गन से लेता है और कोंडा रेड्डी और बाकी लोगों को सिर्फ 25 लाख रुपए देता है, पुष्‍पा कोंडा रेड्डी को बताता है और बोलता है कि वह जाकर मंगल श्रीनू को रेट बड़ा ने के  बारे में बात करे है.Pushpa Movie Story In Hindi

लेकिन कोंडा रेड्डी जानता है कि मंगल श्रीनू से रेट के बारे में बात करने का मतलब है कि खुद की मौत को न्योता देना, इसलिए  वो कहता है कि पुष्‍पा तुम उससे बात करो और अगर वह पैसे बढ़ाने के लिए मान जाता है तो बिजनेस में से 50% की पार्टनरशिप देगा और अगर नहीं मानता है तो मैं तुमको नहीं जानता, पुष्‍पा बोलता है कि अगर बात करनी है तो कोंडा रेड्डी ही करें.

यहाँ केशव श्रीवल्‍ली के पिता से कहता है कि पुष्‍पा मुलेठी वेंकटरमन का छोटा बेटा है इस बात से श्रीवल्‍ली के पिता इस रिश्ते के लिए मान जाता हैं, कुछ समय बाद पुष्‍पा अपनी मां के साथ श्रीवल्ली के घर सगाई करने जाता है, तभी वहाँ पुष्‍पा को सौतेला भाई मोहन आता है सभी के सामने बोलता है कि पुष्पा एक नाजायज औलाद है, और उन्हें श्रीवल्‍ली का रिश्ता उसके साथ नहीं करना चाहिए उसकी मां की भी बहुत बेइज्जती करता है, पुष्‍पा सहन नहीं कर पाता और उसे बहुत बुरी तरह मारना शुरू कर देता है, इस झड़प में पुष्‍पा की मां घायल भी हो जाती है, ये सब देखकर फाइनली पुष्‍पा डिसाइड करता है कि अब वो बड़ा आदमी बनेगा, वह अपने पिता के विषय में और चुप नहीं बैठेगा इतना ही नहीं वह किसी भी तरह का न्याय नहीं करेगा फिर चाहे वह कोंडा रेड्डी हो या मंगल श्रीनू वहां से सीधे मंगल श्रीनू के घर जाता है.Pushpa Movie Story In Hindi

और उसे बोलता है कि अब से उसे 1 टन माल के बदले 25 लाक नहीं बल्कि एक करोड रुपए रुपये चाहिए और मंगल श्रीनू के खिलाफ आवाज उठाता है, और उसके मोबाइल से उसी के सामने मुर्गन को कॉल कर उस से कहता है कि अब वह डायरेक्ट उससे चैन्‍नेई में डील करेगा और माल अब ये उसे ही बेचेगा, ये देखकर सब हैरान रह जाते हैं मंगल श्रीनू के आदमियों की बुरी तरह पिटाई करता हैं और कहता है “पुष्‍पा नाम सुन कर फ्लावर समझे हो क्या?” “फायर है मैये फायर”, झुकेगा नहीं साला…Pushpa Movie Story In Hindi

   अब पुष्‍पा सीधा चैन्‍नेई मुर्गन के पास जाता है और डेढ़ करोड़ रुपये 1 टन का डील कर के वापस आता हैं और कोंडा रेड्डी का 50% की पार्टनरशिप बन जाता है, यहाँ पुष्‍पा की हिम्‍मत की दाग देनी पड़ेगी मंगल श्रीनू से झगड़ा कर के मुर्गन से डील कर के कोंडा रेड्डी का पार्टनर बन ही जाता है, यहाँ पुष्‍पा की जान भी जा सकती थी पर पुष्‍पा का वसूल है कि वो किसी के सामने झुकता नहीं है, बस श्रीवल्‍ली को ही छोड कर.

अब श्रीवल्ली के बाप ने उन्हें धोखा दिया था और पुलिस से मिल गया था ये बात जॉली रेड्डी को पता चल जाता है और वो एक साथी को तो टपका ही देता है, और श्रीवल्‍ली के पिता को मारने वाला ही होता है की उसे पता चलता है कि श्रीवल्‍ली उसकी बेटी है जो उसका पहले से ही श्रीवल्‍ली पर गंदी नजर रहती है, जॉली रेड्डी श्रीवल्‍ली से कहता है कि उसके पिता को छोड़ने के बदले उसे एक रात मेरे साथ सोना पड़ेगा तो “श्रीवल्‍ली मान जाती है क्योंकि वो अपने पिता से बहुत प्‍यार करती है और उसे खोना नहीं चाहती है”, अब श्रीवल्‍ली अच्छे से श्रृंगार (तैयार) हो करके सीधा पुष्पा के घर जाती है उससे कहती है कि वह मन ही मन पुष्पा को अपना पत्ती मान चुकी है और वह नहीं चाहती कि उसके अलावा कोई भी दूसरा इंसान उसे हाथ लगाये.

Full Movie: Pushpa Movie Story In Hindi

वह जॉली के बारे मे बताती है कि वह जॉली से मिलने जा रही है अपने पिता को छुड़ाने के लिए इससे पहले वो चाहती है कि पुष्‍पा उसके साथ सोये क्योंकि श्रीवल्‍ली पुष्‍पा को मन में ही पत्ती मान चुकी है और इस के बाद वो कभी भी पुष्‍पा के घर नहीं आ सकती है, ये सुन कर, पुष्‍पा कहता “अरे तु मुझे इतना प्‍यार करती है रे पगली” और उसे गले लगा लेता है, कहता है तुझे कोई भी छु नहीं सकता  है, इसके बाद क्या था हमारा पुष्‍पा भाऊँ जॉली को मार मार कर अधमरा कर देता है जॉली के दोनों जाँग के बीच डण्‍डा मार के हालत खराब कर देता है और श्रीवल्‍ली के पिता को बचा के ले जाता है. Pushpa Movie Story In Hindi

अब पुष्‍पा और केशव अपने घर में पैसे गिनते गिनते जॉली के बारे में बात कर रहे होते है तभी कोंडा रेड्डा आ जाता है “हवाला नोट” से पैसा लेने चलने के लिए बुलाने आता है, और वो चले जाते है केशव को शक होता है वो लोग कई बात तो नहीं सुने जॉली के बारे में जो कर रहे थे, पुष्‍पा ध्‍यान ही नहीं देता है इस बात पे वो नहीं सुने होंगे और सुबह पुष्‍पा कोंडा रेड्डी के साथ पैसे लेने चले जाता है, तभी केशव को नौकरी बताती है कि मैं और कोंडा रेड्डी हम दोनों ने तुम्हारी बाता सुनी जब तुम जॉंली के बारे में बात कर रहे थे, केशव घबरा जाता है और पुष्‍पा को कॉल कर के बताना चाहता है, उसका कॉल नहीं लगता है क्योंकि वो लोग जंगल में होते है और पुष्‍पा का जान खतरा में होता है तो वो सेटेलाइट फोन से message भेजता है danger का पुष्‍पा समझ जाता है कुछ तो गड़बड़ है फिर क्या था.

कोंडा रेड्डी के आदमी पुष्‍पा को मारना शुरू कर देते है और बहुत बुरी तरह से मारते है और एक पल ऐसा आता है कि कोंडा रेड्डी पुष्‍पा के सिर पर ही गोली मारने वाला होता है कि इससे पहले मार देता मंगल श्रीनू का साला कोंडा रेड्डी का खोपड़ी खोल देता है, और उसकी मृत्‍यू हो जाती है और दोनों गैंग के बीच कोंडा रेड्डी और मंगल श्रीनू के लोगों के बीच गैंग वार होता है जमकर लड़ाई करते हैं.Pushpa Movie Story In Hindi

और इसमें पुष्‍पा की किस्मत अच्‍छी होती है वो बच जाता है और मौका देख कर दोनों गैंग के लोगों को मारना शुरू कर देता है और एक समय ऐसा आता है जब मंगल श्रीनू का साला कोंडा रेड्डी के भाई जक्‍का रेड्डी को मारने ही वाला होता है की पुष्‍पा वहाँ आ जाता है और जक्‍का रेड्डी को बचा लेता है तभी कॉल आती है मंगल श्रीनू की वो कहता है मेरे साला को छोड़ दे वो जो कहेगा वही होगा पर पुष्‍पा उसे कहता है कि- अरे 5 मीनट पहले बताना था ना मैं तो उसे मार दिया अब उसे मैं कैसे जिंदा करू तुम ही बताओ? पर वो उसके साले को गन पॉइंट में ले के रखता था और one call में ही उसके साला को गोली मार देता है, और बोलता है तु जो सोच रहा है ना वही हुआ और कॉल कट देता है और कहता है “यहाँ मैं किसी के बीच टांग लड़ाने नहीं आया राज करने आया हुँ मैं राज”.

4. Pushpa Movie Story In Hindi में पुष्‍पा राज का सिंडीकेट का मालिक बनना

अब कोंडा रेड्डी के घर में शौक सभा बुलाई जाती है यहाँ पर MLA भी आया होता है और वो मंगल श्रीनू और सारे सिंडीकेट मेम्‍बरों को बुलाया होता है और यहाँ पर MLA एक मीटिंग रखता है, और बताया जाता है रेड्डी और मंगल श्रीनू के दुश्मनी के बारे यहाँ पुष्‍पा कहता है कि मंगल श्रीनू सिंडीकेट में सब को धोखा दे रहा है, वो 1 टन का माल के बदले 2 करोड़ ले रहा मुर्गन से और हमें 1 टन के बदले 25 लाख  देता है, मंगल श्रीनू कहता है मैं सिंडीकेट के लिए कितना कुछ किया हुँ और 15 चेक पॉइंट पार कराना होता है, यहाँ पुष्‍पा कहता है हम अलग-अलग रिश्‍वत देते है तो ज्‍यादा देना पड़ता है अब हम एक साथ रिश्‍वत देंगे तो कम पैसे देना पड़ेगा और MLA साहब का कमीशन ही 20 करोड़ से भी ज्यादा होगा और MLA के सामने पैसे से भरा बैग को खाली कर देता था है.

और कहता है मुर्गन से 1 टन माल का ड़ेढ करोड़ डील कर के आया है इस बात से सब सहम होते है और पूरा सिंडीकेट पुष्पा को सपोर्ट करता है यहां तक कि जाक्‍का रेड्डी भी बोलता है कि पुष्पा के आने के बाद ही व्यापार बहुत ज्यादा बढ़ा है और अब उसे ही सिंडीकेट की कमान संभालनी चाहिए, अब MLA पुष्‍पा को सिंडीकेट का हेड बना देता है अब पुष्‍पा के सर पर MLA का हाथ होता है और पुलिस उसकी जेब में तो मंगल श्रीनू चाह कर भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाता, रही बात जॉली रेड्डी की वील चैहर में बैठ कर बदले की कल्पना ही करता रहता है.

5. Pushpa Movie Story In Hindi में SP ऑफिसर भंवर सिंह शेखावत की एंट्री और पुष्‍पा की शादी

अब एंट्री होती है आईपीएस ऑफिसर भंवर सिंह शेखावत की यह भी पुष्‍पा के समान ही एटीट्यूट होता है ये भी किसी से कम्‍प्रमाइस नहीं करता है, ये जब डीयूटी से जंगल में सर्च के लिए गये होते है और 5 गांजा स्‍मगलर को पकड़ लेता है और गाड़ी में बैठा के ले जा रहा होता है और उसे सोने का मन होता है तो वो सोने के लिए सीट सीधा करने कि कोशिश करता पर दो स्‍मगलर के कारण सोने में दिक्‍कत हो रही होती है उन्हें one the spot गोली मार देता है और उनकी वही मौत हो जाती है वो मी‍डिया से भाग गये बोल देता है.

अब पुष्‍पा की शादी श्रीवल्‍ली से तय हो जाती है और नये ऑफिसर भवर सिंह को पुष्‍पा खुद शादी कार्ड देने जाता है और साथ में 1 करोड़ रुपये रिश्‍वत भी देता है. लेकिन भंवर सिंह शेखावत को अपनी ईज्‍जत बहुत प्‍यारी होती है और पुष्‍पा को किसी का ईज्‍जत करने नहीं आती इस बात से भंवर सिंह शेखावत पुष्‍पा से चीड़ जाता है और उसका बेइज्जती करना शुरू कर देता है, शेखावत सर कहता है कि पुष्‍पा भी सफेद शर्ट पहना है और मैं भी सफेद शर्ट पहना है पर मेरे   शर्ट में लेवल लगा है जिसको ब्राण्‍ड कहते है मेरा शर्ट ब्रांडेड है और पुष्पा ने जो शर्ट पहना है उसका लेवल का कोई नामोनिशान नहीं ब्रांड नहीं है वो पुष्पा एक नाजायज औलाद है और इतना ही नहीं यह भी कहता है आज के बाद उसे सिर्फ सर कहकर ही इज्जत करें.Pushpa Movie Story In Hindi

और पुष्‍पा भंवर सिंह शेखावत का हर बात मान जाता है और उसे सर कह कर पुकारता है और उसके आगे पिछे घुमना शुरू कर देता है, और पुष्पा अपनी शादी के दिन भंवर सिंह शेखावत को मिलने बुलाता है उसके साथ दारू पीता है, और उसे याद दिलाता है कि कैसे वह दोनों मिले थे शेखावत सर बोलते है कि पुरानी बातों को भूल जाने में ही भलाई है पुष्‍पा, और पुष्पा उसे बोलता है उसकी बात होती तो मैं भुल जाता शेखावत सर आपने मेरी मां की बेइज्जती की थी और मुझे नाजायज कहा था, और वो शेखावत सर का बंदूक ले करके अपने हाथ के मुट्ठी में गोली मारता है और बंदूक शेखावत सर की तरफ तान देता है, और सारा कपड़ा उतारने को बोलता और कहता है  “किसी का ब्रांड कपड़ों में नहीं होता शेखावत सर ब्रांड खून में होता है और मेरा ब्रांड मेरे पिता का खून में है जो मेरे रगो में दौड़ रहा है”(Pushpa Movie Story In Hindi)

अब वो भी अपना कपड़ा उतारता है और कहता है- अगर मैं इसी हालत में गांव पर भी जाऊँ ना मुझे पुष्‍पा भाऊँ ही बोलेंगे और आपको वर्दी के बिना एक कुत्ता भी नहीं पहचान पायेगा, और पुष्‍पा कहता है कि शेखावत सर मैं ने इसी पटीहाली में सफर शुरू की थी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता आप कौन हो अब से आपको पुटी कौड़ी भी नहीं दूंगा जो माल आना है वो आयेगा जो जाना है वो जायेगा.Pushpa Movie Story In Hindi

अब इसके बाद सीधा अपनी शादी का मण्‍ड़प में जाता है इस हाल में देख कर श्रीवल्‍ली पुछती है कि क्या हुआ सब ठीक तो है ना पुष्‍पा कहता है किसी ने मुझे फ्लावर समझ रहा था उसे बता रहा था कि पुष्‍पा फ्लावर नहीं फायर है, श्रीवल्‍ली पुछती है तो फिर किस्सा खत्म हो गया ना, पुष्‍पा कहता  है कि किस्सा अब शुरू हुआ है, और यह फिल्म यहाँ खत्म हो जाती है. पर फिल्म की कहानी यहां खत्म नहीं हुई है इसका पार्ट-2 भी जल्दी ही आएगा.Pushpa Movie Story In Hindi

निष्कर्ष :- Pushpa Movie Story In Hindi कहने को तो ये एक डाकू की कहानी है लेकिन सकारात्मक रूप से देखे तो एक अनाथ बच्चे की अपने मां के प्रति अथाह प्रेम की कहानी है अपने मां की सम्‍मान दिलाने के लिए बड़े आदमी बनने का सफर है वो किसी सामने नहीं झुकता है चाहे आज के समाज द्वारा कितना भी बेइज्जती किया जाये नाजायज औलाद भी बुलाते है पर कहानी कुछ बाकी है पाट- 2 में पता चलेगा,Pushpa Movie Story In Hindi.

और एकतरफा प्‍यार के बारे में भी बताने की कोशिश की गई है किसी लड़की का प्‍यार आप पैसे से नहीं खरीद सकते हो चाहे कितना भी पैसे हो आपके पास, यहाँ पर पुष्‍पा द्वारा श्रीवल्‍ली को खरीदने की कोशिश भी करता है पर खरीद नहीं पता है, आप पैसे से लड़की खरीद सकते हो पर लड़की का प्‍यार नहीं खरीद सकते, प्‍यार पाने के लिए आपको उनके प्‍यार का काबिल बनना पड़ेगा, Pushpa Movie Story In Hindi

और इसमें जो गाना है ऊ अंटवा ऊ ऊ अंटवामा…… सुपर हीट रही  मतलब समझे तो बड़ा हैरानी लगता है लड़की छोटी-छोटी स्‍कर्ट पहने या साड़ी पहने लडके गूरते है लड़की गौरी हो या सांवली लंबी हो या छोटी घर से निकलने से लकडे़ छेड़ते है दिलवाला कह कर दिल से खेलता है कुल मिला के मर्द बेशर्म होते है इस गाना से आप क्या समझे तो हो आप ही कमेंट में बताईये, कहानी में पुलिस वालो को गुंड़ा के समान दिखाया गया है ये तोड़ा ठिक नहीं लगता है और बाकी पुष्‍पा मूवी बहुत अच्छा है.Pushpa Movie Story In Hindi

        पुष्‍पा मूवी किस पर आधारीत  है

Pushpa Movie Story In Hindi कुख्यात वीरप्पन की सच्ची कहानी पर आधारित है.

18 अक्टूबर 2004 को पूरे भारत में एक ही खबर दिखाई जा रही थी कि दक्षिण भारत का एक कुख्‍यात वीरप्‍पन डाकू मारा गया जिसको  तमिलनाडु और कर्नाटक की STF स्पेशल टास्क फोर्स ने 20 साल से ढूंढ रहे कुख्‍यात डाकू वीरप्‍पन को मार गिराया इसको पकड़ना नामुमकिन था,  3 राज्य की पुलिस जिसे ढूंढती रही कर्नाटक केरल और तमिलनाडु तीनों राज्य में पड़ने वाले कहीं मीलों तक फैले जंगल की सीमा में उसका राज चलता था, 20 साल तक वीरप्पन को पकड़ने के लिए सरकार ने कितने करोड़ रुपए खर्च किए, यह भारत के जंगल का शैतान कहे या हैवान कहे जाने वाला डाकू था उसको पकड़ने के लिए पहली बार दो राज्य की पुलिस को स्पेशल टास्क फोर्स बनाना पड़ा, जिसको लोकल पुलिस पकड़ नहीं पाती थी इसीलिए STF का गठन किया गया और स्पेशल टास्क फोर्स में स्पेशल ट्रेन लोग शामिल थे, क्योंकि वह जंगल में जाकर उसको पकड़ सके क्योंकि यह जंगल नहीं वीरप्पन का घर था, सबसे खतरनाक था वह जगा जगा लैंडमाइन बिछा देता था पैदल जाने वाले गाड़ी से जाने वाले लैंडमाइन से मारे जाते थे, इसीलिए उसको पकड़ पाना आम लोगों की बस की बात नहीं थी इसीलिए स्पेशल टास्क फोर्स बनान पड़ा,  वीरप्पन हिंदुस्तान की टॉप क्रिमिनल लिस्ट में आएगा इसके पीछे यह है कि यह 184 लोगों का कत्ल किया है, इसमें से सबसे ज्यादा पुलिस फोर्स और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और जो पुलिस की खबरी बनते हैं वह गांव के लोग जिसने गद्दारी की हैं इन लोगों को बहुत बेरहमी से मारता था और वह गोली नहीं बल्कि इनका सर काट डालता था, कहा जाता है कि वीरप्‍पन को सर काटने का बड़ा शौक था, और दो हजार हाथियों को मारने और चंदन तस्करी में भी इसके ऊपर आरोप था.Pushpa Movie Story In Hindi

 

कहते है कि इसने 10 हजार टन चंदन की लकड़ी की तस्करी किया इस के लिए उसने कितने सारे पेड़ों को काटा जिसकी कीमत $2.50Cr ढाई करोड़ डॉलर रखी गई और हाथी के दांत को तस्करी करके इसने 3000000 डॉलर कमाए (आप गूगल में डॉलर को रुपये में convert करके देखोगे तो 20 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा होता है) जिसके लिए दो हजार हाथियों को मारा और 184 लोगों को मारने वाला इतना खूंखार था वीरप्पन इसीलिए दो दो राज्य को मिलकर इसको पकड़ना पड़ा और इसके  लिए इतनी मुश्किल उठानी पड़ी है और स्पेशल टास्क फोर्स बनानी पड़ी पड़ीPushpa Movie Story In Hindi

Pushpa Movie Story In Hindi

            Pushpa  Movie  Story in Hindi | पुष्‍पा मूवी की कहानी वीरप्‍पन की जिंदगी पर बनी है जानिए पुरी कहानी|   वीरप्‍पन  की सच्ची कहानी शुरू होती है

कहानी शुरू होती है एक छोटे से गांव से जिसका नाम था गाोपीनाथम वहाँ एक गरीब चरवाहा परिवार में एक बच्चे का जन्‍म होता है, सन् 18 जनवरी 1952 को, वीरप्‍पन का बचपन का नाम “कुज मुनिस्वामी वीरप्पन” था इसे बचपन में मोलाकाई नाम से भी जाना जाता था  और वह एक बहुत गरीब चरवाहा परिवार में संबंध रखता था, चरवाहा परिवार में होने के कारण अपने पिता के साथ जंगल में घूमता था और जंगल का ही कुछ काम करता था कहते हैं कि यह पहली बार 17 साल की उम्र में एक क़त्ल किया और धीरे-धीरे जंगल के छोटे-मोटे हाथी दांत तस्कर चंदन के तस्करों से मिलने लगा. Pushpa Movie Story In Hindi

कहा जाता है कि फॉरेस्‍ट विभाग से के कुछ अफसरों ने ही इसे तस्करी करने के लिए उकसाया और यह स्‍मगलिंग करके खूब पैसा कमाने लगा वह अफसर इससे चीड़ने लगे और इसे मारने जेल भेजने के लिए वही अधिकारी इसके पीछे पड़ जाते है.

इनसे बचने के लिए ये जंगल में भाग जाता है और उन लोगों से दोस्ती करता है जो छोटे-मोटे हाथी दांत और लाल चंदन तस्करों से  और तमिलनाडु कर्नाटक और केरल जंगलों की सीमा में जितने भी छोटे-मोटे तस्कर थे, वीरप्‍पन उन सब को धीरे-धीरे खत्म करके अपना एक अलग सामराज्‍य स्थापित करता है, और शुरुआत में 100 लोगों का गैंग बनाता है, ये सब लोग मिलकर हाथियों को मारते थे,  ये जब भी हाथी का शिकार करने जाते थे तो वीरप्‍पन खुद ही हाथियों का शिखार करता था और कहते है कि वो हाथी के सिर के बीचोबीच गोली मारता था उसका निशाना कभी नहीं चुकता था और हाथियों के दांतों को निकाल कर तस्‍करी करता था शहर में इसके बहुत सारे लोग थे, जिससे वह हाथी के दांतों को तस्करी करता था और जिससे उसे पैसे मिलते थे. Post: Pushpa Movie Story In Hindi

और वह लाल चंदन की लकड़ी काट कर इसका भी तस्‍करी करता था और करोड़ों रुपये कमाता था, वीरप्‍पन की इसी कहानी से इंस्‍पायर हो करके पुष्‍पा फिल्‍म बना है जो बहुत सारे रिकार्ड बनाई और ब्‍लॉकबास्‍टर साबित हुई.

इसके बाद वीरप्‍पन ने  किडनैपिंग की दुनिया में कदम रखा है वह जितने भी लोगों को किडनैपिंग करता था उन सब को जंगल में ले जाकर उनसे फिरौती मांगता था, शुरुआत में उसने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के कुछ लोगों किडनैप किया उनमें से कुछ लोगों की फिरौती मांगी और कुछ लोगों को छोड़ भी दिया, एक बार फॉरेस्‍ट  ऑफिसर की गलतफहमी में दो टीवी जनरल लिस्ट उठा लिया था जो नेशनल ज्योग्राफिक चैनल में फ्रीलांसर का काम किया करते थे, जब उसे पता चला टीवी जनरल लिस्‍ट है तो उन्हें छोड़ दिया वह पूरे 9 दिन तक थे.Pushpa Movie Story In Hindi

वह दोनों वापस आने के बाद दोनों हालात बताये कि वीरप्‍पन  नेशनल ज्योग्राफिक चैनल के बारे में काफी कुछ जानता था वह किताबें भी पढ़ता था और उसे द गॉडफादर मूवी जंगल में कहीं बार देखी उसका पसंदीदा फिल्म में एक था द गॉडफादर है उसने 100 बार से ज्‍यादा देखी है ये मूवी इसके अलावा उसे अपना वीडियो और ऑडियो बनाने का बड़ा शौक था उसकी चाहत थी कि उसे देश के बच्चे-बच्चे उसके बारे में जाने, “कुल मिलाकर वह उस जमाने का टिटोकर या रील स्‍टार था, गनीमत उस समय इंस्‍टाग्राम नहीं था,” अब वो वीडियो बनाकर फिरौती मांगने के लिए भेजा करता था.

1992 आते आते वीरप्पन बहुत खुखार हो चुका था इसी दौरान 9 अप्रैल 1993 को दो फॉरेस्ट ऑफिसर को मारा था इसके बाद पुलिस एक्शन लेती है कि वीरप्पन जंगल में है उसे जंगल में जाकर पकड़ना है, लेकिन वीरप्‍पन के बारे में कहा जाता है कि जंगल वीरप्‍पन का घर था, वो जंगल के हर एक चीज से वाकिफ था और उसके बारे में कहा जाता है कि वह कहीं पक्षियों का आवाज सेम टू सेम निकाल लेता था और जंगल की पेड़ के पत्तों के सरकने से वह जान जाता था कि किस ओर से कौन आ रहा है और किधर है और पेड़ के पीछे से आने वाले कौन सा परिंदा है उसकी आवाज से ही पहचान लेता था वह जंगल में रहकर इतना मास्टर हो गया था कि जंगल की हर एक चीज के बारे में जानता था. Film: Pushpa Movie Story In Hindi

9 अप्रैल 1993 को दो बसों में पुलिस वाले उसे पकड़ने के लिए जंगल की और निकलते हैं और वीरप्पन को इस बारे में पता चल जाता है तो उसने रास्‍ते पर 10-10 मीटर में लैंडमाइन लगा दिया था जब दोनों बस इस जगह पर पहुँचती है तो यह कार के 12 वोल्ट बैटरी के साथ बम को ब्लास्ट कर दिया धमाके से एक बस हवा में उछल गई और इस हादसे में 22 पुलिसवाले मारे जाते हैं वहाँ पर 21 बॉडी मिलती है जिनके शरीर के चीथडे़ उड़े थे वहाँ पर मांस के लोथडे़ यहाँ वहाँ गिेरे थे एक पुलिस वाले के बॉडी नहीं मिलती हैं वह कहीं दूर जाकर गिरा होता है जब बस चले जाते हैं तो वह पुलिस वाला जिंदा रहता है फिर बाद में वह भी तड़प-तड़प के दम तोड़ देता है.Pushpa Movie Story In Hindi

यह सब से ज्यादा सामूहिक हत्याकांड था वीरप्पन का, उसके बाद कर्नाटक और तमिलनाडु दोनों राज्य मिलकर स्पेशल टास्क फोर्स STF का गठन करते हैं इस ऑपरेशन के बाद वीरप्पन एक बार पकड़ा भी जाता है और दो-चार दिन पुलिस की गिरफ्त में जंगल में ही रहता है पुलिस का छोटा था दस्ता होता है वीरप्पन पुलिस वालों से तेल मांगता है कहता है कि मेरे सर में दर्द हो रहा है तेल चाहिए और वह तेल को अपने हाथों में लगाता है जिसके कारण उसके हाथों की हथकड़ी निकल जाती है और वीरप्पन गायब हो जाता है.

वीरप्पन जिंदगी में पुलिस वाले से एक ही बार पकड़ा गया था और पुलिस वाले को चकमा देकर भाग भी गया वीरप्पन के भाग जाने से पुलिस की बड़ी बदनामी होती है पुलिस वाले के ऊपर प्रेशर भी आता है, और वीरप्पन धीरे-धीरे अपने साम्राज्य खड़ा करना शुरू कर देता है और अब यह अपने ही बिरादरी के एक लड़की जिसका नाम मुत्‍थूलक्ष्मी था उस महिला से शादी करता है जिससे उसे 3 बेटी यूवरानी और प्रभा और तीसरी बेटी को, कहते हैं कि जब तीसरी बेटी हुई थी तो वो जंगल में था और उस समय जंगल में STF पुलिस वाले इसके पीछे होते हैं, जंगल में तब इसकी बेटी पैदा हुई हो के कुछ ही दिन हुआ था और व‍ह बच्‍ची रोने लगती है इसके रोने से पुलिस वाले को इनका लोकेशन पता चल न जाये.(Pushpa Movie Story In Hindi)

क्योंकि बच्चे की रोने की आवाज 100 डेसिबल से ज्‍यादा होती है और जंगल में रात के समय बहुत दूर-दूर तक जा सकती है 1 से 2 किलोमीटर दूर तक जा सकती है इस कारण वीरप्पन पुलिस से बचने के लिए अपनी ही बेटी की गला घोट कर मार देता है, वीरप्पन अपनी जान बचाने के लिए अपनी ही बेटी का बलिदान दे दिया और वीरप्पन धीरे-धीरे ऐसा ही खुंखार हो रहा होता है और कहीं राज्य में इसी तरह किडनैपिंग करके फिरौती मांगा करता था.Pushpa Movie Story In Hindi

उस समय पानी सर से ऊपर हो गया जब वीरप्पन ने कर्नाटक के फिल्मी स्टार राजकुमार को किडनैपिंग कर लिया वीरप्पन को पता था कि राजकुमार का एक घर जंगल के पास में है, वह नये घर का ओपनिंग में आये थे और वहाँ से उसे उठा लिया और पूरे 108 दिन जंगल में रखा यह बात मीडिया में फैल गई कर्नाटक, तमिलनाडु केरल में भी बात फैल गई और जनता भी गुस्‍सा हो गई, वीरप्पन ने राजकुमार को छोड़ने के बदले अपने कई साथियों को छोड़ने और कावेरी नदी के पानी को कितना मिलना चाहिए कुछ राजनीति की बात भी और कुछ रुपए की डिमांड की, लेकिन बातचीत करने में दिक्‍कत हो रही थी फिर वही की एक न्‍यूज मैगजीन के गोपाल ने वीरप्पन व सरकार के बीच मध्यस्थता की थी और पूरे 108 दिन के बाद राजकुमार को सकुशल छोड़ा गया. Full Movie: Pushpa Movie Story In Hindi

कहते हैं कि राजकुमार के छोड़ने के बदले सरकार ने 50 करोड़ रुपये दिए थे जिससे सरकार की बहुत किरकिरी हो गई थी, और STF के ऊपर भी उंगली उठना शुरू हो गया था और कहीं बार वीरप्‍पन को पकड़ने की ऑपरेशन नाकाम हो गई थी और वीरप्पन को पकड़ नहीं  पाई, इसके बाद राजकुमार के किडनैपिंग के 2 साल बाद कर्नाटक के पूर्व मंत्री नकप्पा को वीरप्पन ने उठा लेता है उसके बाद उस जंगल में ले जाता है, जिससे बहुत हंगामा होता है जिसके कारण STF अपनी सारी मुखबीर को वीरप्पन के पीछे दौड़ाती है एक दो जगह पर वीरप्पन पकड़ने के लिए ऑपरेशन होती है पर ऑपरेशन नाकामयाब होता है और वीरप्पन को पकड़ नहीं पाते हैं और पूर्व मंत्री नकप्पा भी वहां नहीं मिलते हैं, वीरप्पन वहां से भाग जाता है उसे जो पैसे की डिमांड की थी वह उसे नहीं मिलती है, जिससे वीरप्पन गुस्सा हो गया और 3 दिन के बाद नकप्पा के बॉडी पुलिस वाले को जंगल में मिलती है, ऑपरेशन से नाराज होकर वीरप्पन पूर्व मंत्री को मार डालता है.Pushpa Movie Story In Hindi

इस इंसीडेंट के बाद कर्नाटक सरकार परेशान होकर सन 2000 में वीरप्पन के ऊपर 50 करोड़ का इनाम रखती है और STF को खुली छूट देती है, वीरप्‍पन को पकड़ना इसलिए मुश्किल था क्योंकि यह जिस जंगल में रहता था वह 3 राज्य की सीमा से लगता था यह जब तमिलनाडु में ऑपरेशन होता तो वो कर्नाटक भाग जाता था और जब कर्नाटक पुलिस ऑपरेशन करने से केरल भाग जाता था और केरल पुलिस ऑपरेशन करने से तमिलनाडु भाग जाता था इस कारण आम पुलिस इसे पकड़ नहीं पाती थी.

शुरूआत में तो इसे पकड़ने के लिए इन 3 राज्य के पुलिस आपस में ही लड़ते थे कि आपने हमारे सीमा में कैसे दाखिल हुए इस बात पे लड़ते थे, इन्हीं तकलीफों को देखते हुए ज्वाइंट ऑपरेशन STF का गठन किया गया था और जंगल का रास्ता कैसा है यह किसी को भी पता नहीं था और कोई भी लोग उसको पकड़ने में साथ नहीं दे रहे थे और इसके गांव गोपीनाथम के पूरे गांव वाले वीरप्पन के समर्थन में थे, वीरप्पन गांव वाले को पैसा देता था जहां पर उसे पता चलता था कि कोई उसे खिलाफ गद्दारी की उसका सर काट दिया करता था जो पुलिस के साथ मिले उसे भी गोली मार देता था. Post: Pushpa Movie Story In Hindi

एक बार की बात है जब 1993 में P श्रीनिवास नाम का एक पुलिस ऑफिसर वीरप्पन को सरेंड़र करने के लिए कहा वीरप्‍पन उसकी बात मान जाता है और सरेंडर करने की जगह खुद बताता है P श्रीनिवास खुश हो कर अपनी बहुत कम पुलिस फोर्स के साथ उसे पकड़ ने के लिए जाते हैं वहाँ वीरप्‍पन हंसते हुए उनके सामने आता है वीरप्‍पन के लोग पुलिस वाले को एक-एक करके पीछे से खत्‍म कर देते हैं और P श्रीनिवास अकेले बच जाते हैं, और श्रीनिवास समझ जाते हैं कि उनके साथ धोखा हुआ है, और P श्रीनिवास को वीरप्‍पन पकड़ लेता है और उनको बहुत बुरी तरह से तड़पा-तड़पा कर मार कर फिर गोली मार देता है, उनके सर को काट देता है.

पुलिस को जंगल में P श्रीनिवास जी का बीना सर का लाश मिलता है, उनका सर वीरप्‍पन के पास था. उस ऑफिसर से वीरप्‍पन का इतना नफरत और दुश्मनी था कहते है कि वीरप्‍पन उनके सिर को अपने लोगों के साथ फुटबॉल खेला करता था, कुछ दिनों के बाद ऑपरेशन के दौरान पुलिस को वह सिर भी मील जाती है लेकिन सब ऑपरेशन नाकामयाब हो रहा था जब भी पुलिस वीरप्पन को जंगल में पकड़ने के लिए ऑपरेशन करती थी तो ऑपरेशन में बहुत सारे पुलिस वाले जाते थे पुलिस वाले जो 50-100 लो्गों को के लिए राशन जिस दुकान से लिया जाता था, वह दुकान वाला ही वीरप्पन को खबर दे देता था.(Pushpa Movie Story In Hindi)

जिससे उसे पहले पता चल जाता था कि क्या होने वाला है और वीरप्पन पुलिस वाले के ऊपर ही पहले हमला कर देता था इस प्रकार से STF का धीरे-धीरे ऑपरेशन होने से कई सारे एनकाउंटर में वीरप्पन के लोग मारे जाने लगे 100 से 40 हो गए 40 से 20 हो गए.

आखिरी में 10 से 5 लोग ही वीरप्‍पन के पास बचते है और वीरप्‍पन कमजोर होने लगता है, STF के हेड k. विजय कुमार को CM जयललिता ने एक ही बात कही थी मिशन वीरप्पन उनको मारो या जिंदा पकड़ो क्योंकि वह भी बहुत परेशान हो चुके थे, विजय कुमार 1998 से इनके पीछे पड़े थे और छोटे-छोटे ऑपरेशन किए थे जिससे विजय कुमार को वीरप्‍पन के बारे में कई छोटे-छोटे चीजे पता चल चुकी थी, वीरप्पन फिरौती के लिए जो ऑडियो और वीडियो भेजा करता था उन वीडियो को विजय कुमार बार-बार देख रहे थे कि कुछ कुल्लू मिले जाए.Pushpa Movie Story In Hindi.

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और एक वीडियो में वीरप्पन को एक लेटर पढ़ रहा था लेटर पढ़ते समय उसे कुछ आँखों में प्रॉब्लम आ रही थी वो कभी लेटर को आँख के पास लाता था कभी दूर ले जाता था और पढ़ते समय बार-बार आंखों को मसलता था, इससे विजय कुमार ने अंदाजा लगाया कि वीरप्पन के आंख में कुछ प्रॉब्लम है इसके बाद विजय कुमार ने अपने मुखबिर से यह पता लगाया कि यह बात सही है कि वीरप्पन की आंख में कुछ प्रॉब्लम है और यह बात सही निकली वीरप्‍पन के आँख में प्रॉब्लम चल रही है, कहा जाता है कि वीरप्‍पन अपने मूछों के लिए भी जाना जाता था. Post: Pushpa Movie Story In Hindi.

वीरप्‍पन को किसने मारा

वीरप्‍पन हमेशा मूछों को ताव देता था जिससे उसके मूछे उसकी आँख में टकराती थी और उसके आँखों में प्रॉब्लम आने लगी और उसके रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगे, अब विजय कुमार प्लान बनाते हैं इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए वीरप्पन को कैसे जंगल से बाहर निकाले और उसे पकड़े, ऑपरेशन का नाम दिया जाता है COCOON ऑपरेशन कोकून, वीरप्‍पन के आंख के प्रॉब्लम के बाद आईडिया लगाया जाता है कि वीरप्पन को कैसे पकड़ना है इसके बाद उसें छोटे-छोटे जगह पर चिन्हित किया जाता है जहां पर वीरप्पन रहता सकता है और एक एंबलेंस तैयार किया जाता है एंबुलेंस में ड्राइवर और स्‍टाफ होते है वो STF के लोग थे और कुछ पुलिस वालों को आम आदमी की तरह उस जंगल में छोड़ा जाता है कि वह वीरप्पन के इनपुट के बारे में जानकारी दें इसके बाद गांव में एंबुलेंस को कई दिनों तक चलाया जाता है ताकि वीरप्‍पन को कोई चाल ना लगे और सच्‍ची में SKS hospital selam का एंबुलेंस लगे.Pushpa Movie Story In Hindi

वीरप्पन को भी जाना था सेलम हॉस्पिटल और एंबुलेंस में पुलिस वाले सेलम हॉस्पिटल लिख दिए थे, 18 अक्टूबर 2004 को शाम के समय यहां पर एंबुलेंस घूम रही थी वीरप्पन के लोगों ने उसे बता दिया था कि यह एंबुलेंस शाम के समय सेलम हॉस्पिटल के लिए जाती है तो वीरप्पन और उसके 3 साथी इस एंबुलेंस में आकर बैठते हैं, वीरप्‍पन को पता नहीं था कि जो ड्राइवर और स्टाफ है वो पुलिस वाले हैं वो उन दोनों को ड्राइवर और स्टाफ समझते हैं, ड्राइवर को पता था कि किस रूट पर जाना है किस जगह पर रोकना है और कितना तेजी से भागना है क्योंकि इसके सिग्नल है जिस जगह पर यह एंबुलेंस रुकेगी उस जगह पर पूरे STF वाले रहेंगे अब ड्राइवर उस जगह पर एंबुलेंस को इतनी स्पीड से ब्रेक मारता है कि टायर से धुआं निकलना शुरू हो जाती है और जो वीरप्पन और उनके साथी बैठे थे वह अपनी जगह से हिल जाते हैं.Pushpa Movie Story In Hindi

अब ड्राइवर और उसके साथी तुरंत वहां से भागते हैं उन्हें कुछ समझ में नहीं आता है इसके बाद STF के पुलिस एंबुलेंस के चारों तरफ गेर लेती है और वीरप्‍पन से कहते हैं कि तुम चारों तरफ से गिर चुके हो अपने आप को पुलिस के हवाले कर दो इसके बाद एंबुलेंस से गोली चलनी शुरू हो जाती है पुलिस जवाबी हमला में एंबुलेंस पर फायरिंग करना शुरू कर देते हैं और पुलिस वाले ने 338 राउण्‍ड फायरिंग करते हैं और करीब 20 मिनट तक फायरिंग चलता है 20 मिनट के बाद एंबुलेंस में पुरी खामोशी छा गई.

पुलिस वाले एंबुलेंस के पास जाते हैं वहां पर देखते हैं कि चार लाश पड़ी होती है इस तरह से STF द्वारा वीरप्‍पन को मारा गया, उनमें वीरप्‍पन को पहचान नहीं पा रहे होते हैं क्योंकि उसने अपनी मुछें कटवा दिया था और इलाज के लिए भी उसे जाना था और कोई उसे पहचान न सके और पुलिस वाले को लग भी रहा था कि कई कोई गलत आदमी को तो मार नहीं दिए क्योंकि वह पुलिस से बचने के लिए अपने मूछों को छोटा काट दिया था, लेकिन 338 राउण्‍ड फायरिंग में मात्र 2 गोली ही वीरप्‍पन को लगी थी पुलिस का कहना है कि एक गोली आंख में लगे थे दूसरा गोली पीछे लगा था.Pushpa Movie Story In Hindi

इसके बाद विजय कुमार आते हैं और उसे धर्मपुरी हॉस्पिटल में ले जाते हैं यही पर कंफर्म होता है कि वीरप्पन है उतना ही समय “विजय कुमार”  CM जय ललिता को कॉल करते हैं ये रात के समय था और उस समय कॉल उठाती है उनकी PA और कहती है मैडम सोने जा रही हैं, विजय कुमार कहते हैं कि मैं जो बात बता रहा हूं ये बात सुनने के बाद मैडम को अच्छी नींद आएगी जब बात कराया गया विजय कुमार ने कहा वीरप्पन केस इज क्लोज तो जयललिता बहुत खुश हुई उसने कहा की मैं जब मुख्यमंत्री बनी हुँ तुमने पहली अच्छी खबर सुनाइए इस तरह से वीरप्पन का खात्मा हो जाता है.Pushpa Movie Story In Hindi

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इस तरह से वीरप्पन का कहानी का पाठ 2 है

एक कहानी है जो एंबुलेंस सेलम जा रही थी और गोली मारे और वीरप्पन की मौत हुई यह कहानी  कुछ लोग कहते है कि गलत है,       दूसरी कहानी यह है जब STF के ऑपरेशन किया गया था उस समय वीरप्पन कमजोर हो चुका था उसके ग्रुप में 5 से 10 लोग ही थे उसी जगह पर धर्मपुरी के आसपास वीरप्पन को पुलिस ने जिंदा पकड़ लिया था, गिरफ्तार करने के  बाद पुलिस ने उसे  दो-तीन दिन अपने पास रखा और उसकी आंख निकाल ली बदला लेने के लिए और गोली मार दी फिर उसकी बॉडी में मलम पट्टी कर के मीडिया में फोटो खिंचवाई गई.Pushpa Movie Story In Hindi

लेकिन STF ने इस बात का हमेशा इंकार किया है हमने वीरप्पन को पूरा मौका दिया था लेकिन वीरप्पन ने सरेंडर नहीं किया और जवाबी कार्रवाई में मारा गया.Pushpa Movie Story In Hindi

20 साल तक 3 राज्य की पुलिस को लगातार नचाने वाला वीरप्पन  18 अक्टूबर 2004 STF ने मार गिराया और विजय कुमार SPG कमांडर भी रहे थे और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के बड़े ऑफसर भी रहे. और के विजय कुमार ने वीरप्‍पन पर एक किताब भी लिखी है

जब वीरप्पन की मौत हुई थी धर्मपुरी हॉस्पिटल में उसे देखने के लिए हजारों लोग इकट्ठा हो गए थे हालांकि पुलिस वाले ने देखने नहीं दिया हालांकि कुछ लोग को वीरप्पन मर गया यकीन नहीं हो रहा था यह बात जब वीरप्पन के गांव वाले को पता चली, कहा जाता है कि आसपास में बहुत सारे पटाखे भी फोड़े गये इस बीच में वीरप्पन की वाइफ को भी गिरफ्तार किया गया था.

लेकिन सबूत के अभाव में उन्हें छोड़ना पड़ा मुत्‍थूक्ष्‍मी उनकी दो बेटियां हैं और वो तमीलनाडू में पढ़ रहे हैं या पढ़ चुके होंगे, उनकी बेटी युवरानी लॉ में ग्रेजुएट है और अभी BJP तमिलनाडू यूवा मोर्चा का सदस्‍य है यूवरानी बताती है कि वो वीरप्‍पन से एक ही बार मिली थी जब वह 6-7 साल की थी उससे 5-6 मीनट ही बात हुई थी और वो कह रहे थे कि बढ़ लिख लो और डॉक्‍टर बनो और लोगों की सेवा करो और फिर जंगल में वो चले गये.Pushpa Movie Story In Hindi

वीरप्‍पन का खजाना

लेकिन वीरप्‍पन के इतने पैसे थे जो चंदन तस्करी कर हाथी दांत तस्करी करके फिरौती के पैसे हजारों करोड़ रुपए उसके बारे में किसी को नहीं पता था, कहते हैं कि उसने सारे पैसे जंगल में जमीन में गाड़ दिए थे उसने कुछ-कुछ पेड़ के निशान कर के रखा था यह बात बहुत सारे लोगों को पता थी वीरप्पन मारे जाने के बाद कहीं महीने कहीं दिन तक जंगल में जहां देखो जिधर देखो वहां खुदाई चल रही थी STF ने भी खजाना ढूंढने की कोशिश की और कुछ पैसे मिले भी क्योंकि वीरप्पन के पास बेशुमार पैसे थे.

वीरप्‍पन जहां पर रहता था सरकार ने उस जगह पर टूरिस्ट स्‍फॉट रेस्टोरेंट बनाना शुरू की कहते हैं कि पुलिस को वीरप्पन के बारे में कुंडली मिले थी अगर वह 60 साल तक जिंदा रहता तो वो 78 साल से पहले नहीं मरता क्योंकि उनके वंशज ने एक कुंडली तैयार की थी लेकिन यह 52 साल उम्र में पुलिस के हाथों मारा गया था पुलिस के हिसाब से रात को 10:40 को एनकाउंटर हुआ था धर्मपुरी के जंगल में, और इस प्रकार कुख्‍यात वीरप्‍पन डाकू का अंत हो जाता है.Post: Pushpa Movie Story In Hindi

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FAQ Pushpa Movie Story in Hindi 

पुष्‍पा का असली नाम क्या है?

फिल्‍म “पुष्‍पा: द राइज”  पुष्‍पा का असली नाम अल्‍लु अर्जुन (Allu Arjun)है

पुष्‍पा फिल्‍म की कहानी क्या है?

फिल्‍म “पुष्‍पा: द राइज”   की कहानी में आंध्र प्रदेश के शेषाचलम के लाल चंदन के पेड़ो घने-अंधेरे जंगलो की कहानी है, यहां पुष्‍पा राज लॉरी ड्राइवर है.

पुष्‍पा फिल्‍म का निर्देशक कौन है?

पुष्‍पा फिल्‍म “पुष्‍पा: द राइज”  सुकुमार हैं, सुकुमार बंदरेड्डी भारतीय फिल्‍म निर्देशक और निर्माता है जो मुख्‍य रूप से तेलुगु सिनेमा में काम करते हैं.

पुष्‍पा फिल्‍म फेमस क्‍यों हुई?

फिल्‍म “पुष्‍पा: द राइज”  एक एक्‍शन थ्रिलर ड्रामा फिल्‍म है इस में पुष्‍पा राज (Allu Arjun) लूक और एक्‍टींग धमाके धार था और सबसे फेमस डायलॉग झुकेगा नहीं साला वह और ढ़ाडी पे स्‍टाइश हाथ रखना और कहानी भी एकतरफा है

1 thought on “Pushpa Movie Story In Hindi| पुष्‍पा 1 फिल्‍म की कहानी क्या है?”

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